Overthinking is bad, effect and tips to slove

Overthinking is bad, effect and tips to slove

Overthinking एक ऐसी समस्या है जो आपको कभी न कभी face करनी होती है । Overthinking की तो हमारे दिमाग में इतने सारे विचार चलते हैं जिनको शायद हम गिनती भी नहीं कर सकते एक Research के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि हमारा दिमाग 1 दिन में 56 हजार विचार प्रवेश करता है विचार बनाता है


आज हम इसी topic पर बात करेंगे Overthinking क्या है और Overthinking को कैसे हम रोक सकते हैं या how to control Overthinking , basically Overthinking एक ऐसी जटिल समस्या है जो इस जटिल जीवन में हर किसी को जटिल बना दी जा रही है लेकिन थिंकिंग अच्छा विचार है लेकिन किसी चीज को लेकर ज्यादा से ज्यादा सोचना भी किसी इंसान को स्ट्रेस में डाल सकता है अगर आपको भी ऐसा लगता है आप किसी चीज को लेकर हद से ज्यादा सोचते हैं या फिर कब आए के बाद Overthinking कर देते हैं तो शायद ही आपके लिए कहीं ना कहीं समस्या बन सकती है 


What is the effect of overthinking? / Overthinking के प्रभाव क्या है ?


हमारी Overthinking हमारे सभाओं और हमारे इमोशन पर बहुत बड़ा असर डालते हैं वैसे कहा जाए तो over थिंकिंग एक तरह से नेगेटिव प्रभाव है जो हमारे डेली लाइफ के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है और यही नेगेटिव प्रभाव हमारे दिल्ली जीवन को ग्रसित करता है अगर आप भी इस विचार से निजात पाना चाहते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताएंगे जिससे आप अपनी Overthinking को बिल्कुल खत्म तो नहीं लेकिन कुछ हद तक कम कर सकते हैं और आपके हेल्थ पर होने वाले दुष्प्रभाव को कम कर सकते हैं.


Overthinking ka vichar ho to kya kar ? Overthinking se mind par kya effect hota hai ??


हम जब भी अकेले बैठते हैं या फिर किसी होने वाली चीज के बारे में सोचने लगते हैं तो हमारे दिमाग में बहुत सारे विचार आने लगते हैं और धीरे-धीरे वही विचार हमारे Overthinking के रूप में बन जाते हैं Overthinking वैसे तो अच्छा विचार है लेकिन लगातार जब हमारे दिमाग पर इसी तरह के विचार जो हमें और हमारे शरीर को स्ट्रेस के रूप में लेकर जा रहे हैं वह हमारे लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है और कुछ समय बाद वह आपको गंभीर बीमारियों के रूप में दिखेगा 


Overthinking ko kaise samjhe ? How to understand overthinking in hindi ?


जैसा कि हम जानते हैं जब हम अच्छा खाना खाते हैं तो हमारे शरीर को एक अच्छी फीलिंग आती है और अगर जब हम अच्छा खाना नहीं खाते हैं तो मैं महसूस भी अलग होता है और वह हमारे शरीर के लिए भी बिल्कुल अच्छा नहीं है सैम वैसे ही अगर हम हमारे दिमाग में एक अच्छा विचार लेकर आएंगे और किसी चीज के बारे में अच्छा सोचेंगे तुम्हारा दिमाग और हेल्दी रहेगा और हमारे दिमाग के लिए फायदेमंद रहेगा जैसे अगर हम कुछ भी बुरा सोचेंगे तो हमें हमारे दम मूड ऑफ हो जाएगा और बेड बेड फील होगा जैसे हम कुछ अच्छा सोचेंगे या कुछ अच्छा पड़ेंगे तुम्हारा दिमाग और हमारा मूड दोनों ही हैप्पी हो जाते हैं अभी टाइप करके देखोगे तो आपको भी अच्छा लगेगा और शादी से कुछ Overthinking आपकी कम हो सकती है.


Overthinking से किन किन बीमारियों का आकाश होता है


हम भी शक्ल इसमें यह जानेंगे कि अगर हम Overthinking करते हैं तो हमको किन-किन बीमारियों के होने का कारण होता है वैसे Overthinking कोई बीमारी नहीं है लेकिन किसी बीमारी से कम भी नहीं है बेसिकली Overthinking ऐसी नेगेटिव आदत है जिसके बार बार करने से हम अपने मानसिक रूप को बीमार कर देते हैं और जब हमारा मानसिक रूप एमआर होता है तो मानसिक रूप अर्थात इमोशनल हीरो श्याम भावनात्मक रूप कहते हैं और फिजिकल दोनों तरह के इस शो को डैमेज करते हैं अगर हम ऐसा करते हैं तो इस वजह से हमारा ब्लड प्रेशर बढ़ बढ़ सकता है हमें एंजॉय भी हो सकती है और भी कई तरह की बीमारियां हो सकती है जिसमें जैसे नींद का कमाना बीपी हाई हो जाना और स्ट्रीट में डूब जाना जिसके कारण कई बार कई लोगों का मोटापे का कारण भी होता है.


जैसे हम Overthinking करने वाले लोगों के कुछ लक्षण देख सकते हैं


  • बहुत ज्यादा बोलना,
  • दूसरों की बात नहीं सुनना,
  • खुद को अकेला देखना ,
  • बात-बात पर गुस्सा करना,
  • ध्यान लगाने में कठिनाई होना
  • किसी बात को बार-बार दोहराना,
  • छोटी सी बात का मुद्दा बनाना,


आदि लक्षणों से आप देखोगे कि वह व्यक्ति Overthinking बहुत ज्यादा करता है और इन कुछ लक्षण से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ऐसा व्यक्ति कौन हो सकता है कर आप में भी कुछ बातें आपको लगता है तो शायद आपको भी सावधान हो जाना चाहिए और आप पर हावी होने वाली Overthinking को कम करना चाहिए तो चलिए जानते हैं Overthinking को कैसे कम किया जाता है.


खुद को किसी और काम में बदल देना


जैसे आप किसी चीज को लेकर बहुत ज्यादा सोचने लगते हैं या फिर आपके दिमाग में बहुत सारे विचार आने लगते हैं और आप खुद ही यह सोच कर परेशान होने लग जाते हैं तो उस वक्त आप एक चीज कर सकते हैं आप अपने आप को उस चीज से बाहर निकालने के लिए कोई और काम करने लग जाए मैं किसी और से कुछ और बात करने लग जाए अपने आप को किसी और चीज में लगाना या किसी और चीज में बदलना या फिर अपने मन के डाइवर्ट करना एक बेस्ट उपाय हैं जिस वजह से आप Overthinking से बच सकते हैं


मन को शांत करे / सांस ले गहरी


जब भी आपको खयाल आने लगे और कही बार ऐसा भी लगता है की हम खुद को रोक नहीं पा रहे है। तब हम एक काम कर सकते है। आंखे बंद करके गहरी सांस ले और खुद को रोकने का कोशिश कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको खुद को ये बताना होगा। तबी ऐसा possible हो सकता है। 


Meditation करे ।


मेडिटेशन अपने मन पर काबू पाना एक बेस्ट उपाय है जो लोग daily meditation करते हैं उनका दिमाग दूसरों के मुकाबले बहुत अच्छा रहता है जैसे हमारे संत महात्मा और जो भी लोग योगा और मेडिटेशन करते हैं उनका दिमाग और उनके व्यवहार में काफी शालीनता रहती हैं अगर आप इस चीज को करते हैं तो आपके और सनकी यह प्रॉब्लम पूरी तरह से खत्म हो जाएगी और इसको करने के लिए आपको थोड़ा मेहनत करना पड़ेगा क्योंकि इसका सर आपको एक या 2 दिन में नहीं दिखेगा इसको करने के लिए आपको कई महीनों तो करना होगा तब आपको इसका पूर्णतया फायदा दिखेगा


Limit of over thinking / ट्रिगर प्वाइंट पहचाने


अक्सर ऐसा होता कई बार जब हम सामान्य बात करते करते अचानक से Overthinking की ओर जाने लगते हैं इसका मतलब आप अपनी लिमिट से ज्यादा सोचने लग जाते हैं तब हमारी ओर थिंकिंग होने लग जाते हैं तो आपको अपने विचारों की एक लिमिट होनी चाहिए और अपना एक ट्रिगर प्वाइंट होता है इसी वजह से कोई भी व्यक्ति Overthinking करता है आपको खुद उसका पता लगाना होगा और जब वह होता है तो खुद पर ध्यान देना होगा।


जैसा कि आपने समझ लिया है कि और थिंकिंग क्या है और ओवरथिंकिंग  के क्या क्या लक्षण हो सकते हैं बेसिकली हम नहीं चीजों से बचने के सारे उपाय बताएं यह हमारे निजी विचार नहीं है और हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा बताई गई जानकारी आपके किसी न किसी रूप में जरूर काम आए यहां फिर आपका कोई दोस्त या कोई रिश्तेदार जो और थिंकिंग करता हो तो आप उनको यह लेख भेजकर हेल्प कर सकते हैं और भी इसी तरह की जानकारी पढ़ने के लिए आप हमारी साइट पर और भी हेल्थ टिप्स जान सकते हैं

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