Vivah shadi kya hota hai

Vivah shadi kya hota hai

हेलो, दोस्तो आज आपके लिए एक बहातरिन जानकारी लेके आए है। जिसमे आपको बताएंगे कुछ इस सब्दको के मतलब साथ ही कुछ समाज के इस रीति रिवाज जिनके बारे में आपको कभी मालूम नही था। 

दोस्तो कभी आपने सोचा "shaadi kya hoti hai/ vivah kya hota hai ? शादी क्या है या विवाह क्या है ? इसे तो हमने बचपन में और यूं आमतौर पर देखते रहते है। लेकिन कभी आपने सोचा ये शादी कैसे होती है। विवाह कैसे होता है ? 

आपने अपनी लाइफ में दूसरो के विवाह देखेंगे भी होंगे और कहिने ने तो इसका खुद को हिस्सा भी बना लिया होगा। लेकिन आप को इसका मतलब नही मालूम होगा।  शादी विवाह से संबंधित बहुत सारी रीति रिवाज होते होंगे जो आपके किए भी होंगे, लेकिन आपको उनका मतलब आज भी पता नही होगा। हल्की कुछ लोगो को पता हो सकता है लेकिन हमारा उद्देश्य ये है हम उन लोगो को बताना चाहते है, जिनको इनकी जानकारी नहीं है। 

लगता है हमने बहुत बात करली है अब हम अपने टॉपिक पर वापस आजाना चाहिए तो दोस्तों, shaadi vivah kya hai या shadi vivah kya hota hai ?  सबसे पहले जानते है इसके बारे में।।


Shaadi vivah kya hai ? 


दो लोगों के बीच एक सामाजिक या धार्मिक मान्यता प्राप्त मिलन है जो उन लोगों के बीच, साथ ही उनके और किसी भी परिणामी जैविक या दत्तक बच्चों तथा समधियों के बीच अधिकारों और दायित्वों को स्थापित करता है।

अर्थात इसका अर्थ हुआ, जब दो लोग स्त्री और पुरुष दो युगल को एक बंधन में बंधा जाता है जो उसने उत्पन संतान उनकी एक जायज संतान होगी।   और सामान्य तौर पर हमारे यह एकल विवाह या शादी की परंपरा है।  

अब आप सोच रहे होंगे एकल विवाह क्या होता है ? Ekal vivah kya hota hai? एकल विवाह वो विवाह होता है जिसमे, एक पुरुष और स्त्री का विवाह होता है। लेकिन पुरुष अपने जीवन पर्यंत किसी अन्य स्त्री से विवाह नही करता है।  अर्थात दूसरी शादी नही करता है और उस एक स्त्री को हो अपने जीवन परांत तक साथ रहना होता है। 


Vivah ke kitne vachan hote hai ??


यह रिवाज है हिंदू धर्म में शादी के वक्त दोनो जोड़ी एक दूसरे को 7 वचन देते है । जिसे उन्हें अपने सात जन्म तक निभाना होता है । शायद आपने भी अपने किसी रिश्तेदार की शादी में गए होंगे तो देखे होंगे । अगर आपको नही मालूम, vivah ke sat vachan kya hai ? मैं आपको आज सारे vachan बताऊंगा ।


पहला vachan  

इसमें दुलहन आगे चलती है और pahla vachan mangti है की आप जब भी तीर्थयात्रा करो या हवन पूजा कुछ भी धार्मिक कार्य करो इसमें मुझे भी सामिल करोगे ।


दूसरा वचन 


इसमें दूसरा वचन रहता है जिस तरह में अपने मम्मी पापा का सामना करती ही vese hi आपके मम्मी पापा का सामना करूंगी। Aa bhi vese ही मेरे मम्मी पापा का भी सम्मान करोगे। 


तीसरा वचन 

इस वचन मैं वो मांगती है मैं जीवन की तीनों अवस्थाओं (युवावस्था, प्रौढ़ावस्था, वृद्धावस्था) में आपका साथ निभाउंगी, अगर आप भी मुझे ऐसा वचन देते हैं


चौथा वचन 

इसमें दूल्हा आगे आता है और इसके बाद दुल्हन पति से वचन मांगते हुए कहती है कि अब तक आप घर-परिवार की चिंता से मुक्त थे. विवाह के बाद परिवार की जरूरतों को पूरा करने का दायित्व आप पर होगा, अगर आप इसे निभाने को तैयार हैं, 


पांचवा वचन 


दूल्हे से वचन मांगती है कि घर के कार्यों में, विवाह आदि, लेन-देन और किसी अन्य चीज पर खर्चा करते समय अगर आप मेरी भी राय लिया करेंगे,


छठा वचन 


अगर मैं अपनी सखियों, परिवार या अन्य लोगों के बीच बैठी हूं, तो आप कभी मेरा सामाजिक रूप से अपमान नहीं करेंगे. साथ ही जुआ आदि किसी भी बुरी आदतों में नहीं फंसेंगे. 


सातवा वचन 

सबसे महत्त्वपुन  अगर आप पति-पत्नी के आपसी प्रेम का भागीदार किसी अन्य को नहीं बनाएंगे और अन्य स्त्रियों को माता की भांति सम्मानजनक दृष्टि से देखेंगे !


विवाह के सात वचन आप समझ गए होंगे । जब आपकी शादी/ विवाह होगा आपको भी इन वचन का पालन करना होगा ।और हर वैवाहिक जीवन का महत्वुन निर्णय होता है ।। 

और भी तरह की जानकारी पाना चाहते है तो हमारे home page पर देख सकते है । आपको और भी सीखने की information मिलेगी ।





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